शेखावत--
गोत्र्र - मानव, वृक्ष - वट
सूत्र - गोविल ग्रहम, घोड़ी - उच्चेस्वा
वेद - सामवेद, शाखा- मध्यादिनी
धनुस - सारंग, इस्ट देव - गोपीनाथ जी
प्रवर - गोतम ,बर्हस्पति , वसिस्ट| पक्षी - कबूतर
कुल देव - भगवान रामचन्द्र जी, नदी - सरयू
क्षत्र - स्वेत, इस्ट देवी - जिण माता
वंस - सूर्य वंस निसान - केशरिया
कुलदेवी - श्री ज़मवायमाता, गायत्री - ब्रहम यग्योपवी
नगाड़ा - यामुनापर्साद, पुरोहित - खाथडिया (पारीक)
BY ---
राजपूत दिग्विजय
सिंह
शेखावत (VEER)
शेखावत (VEER)
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